क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 983711714
कल तक हमें सटीक तौर पर नहीं पता था कि दुनिया में कहाँ कितना जीवाश्म ईंधन उपलब्ध है। मगर आज प्रकाशित ताजा डेटा से जाहिर होता है कि दुनिया में जीवाश्म ईंधन के संचय के उत्पादन और उसके दहन से 3.5 ट्रिलियन टन से ज्यादा ग्रीनहाउस गैस उत्पन्न होगी। यह वैश्विक तापमान में वृद्धि को डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिये निर्धारित कार्बन बजट के बचे हुए हिस्से के सात गुना से भी ज्यादा होने के साथ-साथ औद्योगिक क्रांति से लेकर अब तक उत्पन्न हर तरह के प्रदूषण से भी अधिक है।
इसके लिये तीन अंतर्दृष्टियां सामने आती हैं। चित्र में बायीं तरफ सबसे नीचे कम आमदनी वाले देशों में कोयला क्लस्टर उनकी कम लाभदेयता और संकेंद्रण को जाहिर करते हैं। तेल उत्पादक क्लस्टर चार्ट में शीर्ष पर स्थित हैं, क्योंकि गैस या कोयले के मुकाबले तेल से प्रति यूनिट कहीं ज्यादा बड़े लाभ मिलने का सिलसिला जारी है। वहीं, ओईसीडी जीवाश्म ईंधन का उत्पादन (दायीं तरफ सबसे नीचे) को अपेक्षाकृत कम लाभदेयता वाले क्षेत्र के तौर पर दिखाया गया है, खासकर इन देशों की सम्पूर्ण ताकत को ध्यान में रखते हुए।कार्बन ट्रैकर इनिशिएटिव ने एक्सट्रेक्टिव इंडस्ट्रीज ट्रांसपेरेंसी इनिशिएटिव (ईआईटीआई) के साथ भी काम किया है ताकि जीवाश्म ईंधन उत्पादन से उत्पन्न उत्सर्जन और 20 ईआईटीआई सदस्य देशों में उत्पादक कंपनियों द्वारा भुगतान किए गए करों की तुलना की जा सके। जैसा कि नीचे दिए गए चार्ट में दिखाया गया है।