क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
नयी दिल्ली। वैश्विक स्तर पर महंगाई को लेकर चिंताएं हैं और इसका कुछ हद तक मांग पर असर पड़ा है, लेकिन भारतीय बाजार इस मोर्चे पर काफी बेहतर स्थिति में हैं। दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनी नेस्ले के वैश्विक सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) मार्क श्नाइडर ने यह बात कही। उन्होंने यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा, हम आर्थिक वृद्धि का जो मजबूत आधार देख रहे हैं, उसके कारण भारत कई दूसरे बड़े बाजारों की तुलना में कम प्रभावित हुआ है।’’ उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि भारत इस मायने में बेहद फायदेमंद स्थिति में है, हालांकि निश्चित रूप से मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं हैं। लेकिन, तेजी से बढ़ते मध्य वर्ग और उच्च आय स्तर तक पहुंचने वाले लोगों की तरफ से मांग काफी मजबूत है। श्नाइडर ने कहा कि इस वजह से महंगाई को लेकर पैदा होने वाली चिंताएं काबू में आ जाती हैं। नेस्ले सीईओ ने शुक्रवार को भारत में 2025 तक 5,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद भारत में पुनरुद्धार काफी प्रभावशाली है और ऐसा देश में टीकाकरण की महत्वपूर्ण प्रगति के बिना संभव नहीं था। श्नाइडर ने कहा, मुझे लगता है कि भारत ने इस मोर्चे पर चमत्कार किया है। उन्होंने कहा कि महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते मुद्रास्फीति और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को लेकर चुनौतियां हैं, खासकर खाद्य और पेय क्षेत्र में।
उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजारों में अब स्थानीय आपूर्ति श्रृंखलाओं पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, और सौभाग्य
से भारत में नेस्ले जो बेचती है, उसका 99 प्रतिशत स्थानीय रूप से निर्मित होता है। नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा, हम विटामिन, खनिज और पूरक आहार खंड में विस्तार कर रहे हैं। हालांकि, भारतीय बाजार के स्वास्थ्य खंड में नेस्ले की यात्रा अभी शुरू हुई है और यह एक बहुत बड़ा अवसर है।