क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
सबसे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि कि WHO ने दुनिया में तेज़ी से बढ़ रहे हार्ट के मरीजों के बढ़ते हुए मामलों को देखकर 'विश्व हृदय दिवस' मनाए जाने का प्रस्ताव रखा था। वर्ष 2000 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहली बार दुनिया के सामने 'विश्व हृदय दिवस' को मनाए जाने की घोषणा की थी। जिसके बाद से हर साल सितंबर माह के आखिरी रविवार को मनाया जाने लगा और वर्ष 2014 से इसकी एक तारीख निश्चित कर दी गयी जिससे कि 'विश्व हृदय दिवस' 29 सितंबर को मनाया जाने लगा। इस दिन को मनाने का एकमात्र उद्देश्य है 'ह्रदय से जुड़ी समस्याओं को कम करने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाना'। इस दिन हर साल कई देशों में कार्यक्रमों का आयोजन करके लोगों को स्वस्थ हृदय के प्रति जागरुक किया जाता है।
क्यों है ये दिन महत्वपूर्ण ?
आज के समय में दिन-प्रतिदिन हृदय रोगियों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही हृदय संबंधी बीमारियों जिसमें हार्ट अटैक सबसे ज्यादा प्रचलित और गंभीर बीमारी है, जिसके कारण कई लोगों की असमय मृत्यु तक हो रही है। एक रिसर्च के अनुसार कम उम्र के लोगों में भी हृदय संबंधी समस्याएं सामने आ रही हैं और ये काफी चिंताजनक है क्योंकि पहले हृदय सम्बन्धी बीमारियाँ केवल बुजुर्गों और धूम्रपान करने वालों में पायी जाती थी। ऐसे में विश्व हृदय दिवस के माध्यम से लोगों को हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए प्रेरित और जागरुक करना बहुत्र आवश्यक है।
कैसे रखें अपने हृदय का ख्याल ?
1. रोजाना नियमित रूप से व्यायाम और एक्सरसाइज करें।
2. अपने खाने का विशेष ध्यान रखें, संतुलित और पौष्टिक आहार लें, फास्टफूड और तला-भूना खाने से बचे, खाने में नमक की मात्रा कम रखें और अपनी डाइट में हरी सब्जियों और मौसमी फलों को शामिल करें।
3. किसी भी तरह का तनाव या टेंशन ना लें और अगर ऐसा हो तो योग का सहारा लें।
4. धूम्रपान का सेवन बिल्कुल ना करें क्योंकि ये हृदय सम्बन्धी बीमारियों के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों का भी कारण है।
5. एक अच्छे और स्वस्थ जीवन के लिए भरपूर और पर्याप्त नींद लें।