क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
Mohammad Shami Tweet: मोहम्मद शमी T-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलिया रवाना नहीं हुए हैं। फिलहाल, वह अपनी फिटनेस साबित करने में लगे हैं।
Mohammad Shami Tweet: भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी सोशल मीडिया पर दशहरे की शुभकामनाएं देने के कारण कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने शमी के इस ट्वीट को धर्म से जोड़कर उन्हें बुरा-भला कहा। इतना ही नहीं, उन्हें नाम तक बदलने की सलाह दी जाने लगी। जिसके बाद शमी के गांव के लोग उनके समर्थन में उतर आए हैं।
दशहरे की बधाई देने पर कट्टरपंथियों के निशाने पर आए मोहम्मद शमी के गांव के लोगों ने उनके ट्वीट को सही बताया है। अमरोहा जिले के सहसपुर में क्रिकेटर के पैतृक गांव के लोगों ने उनका समर्थन किया है। उनके पैतृक गांव अलीनगर के निवासी मोहम्मद अरमान, सुलेमान, रईस और जहांगीर ने कहा कि शमी का जो लोग विरोध कर रहे हैं, वह मुखालिफत लोग हैं। मोहम्मद शमी भाईचारे के साथ-साथ अपने हिंदुस्तान के साथ हमेशा खड़े रहने वाले व्यक्ति हैं।
शमी के गांववालों ने दिया साथ: शमी के गांव के लोगों ने कहा कि वह वह उनसे साथ खड़े हैं। वह कट्टरपंथियों के द्वारा किए गए ट्वीट का खुलकर विरोध करते हैं। गांव के निवासी बाबू असद ने शमी के विजयदशमी ट्वीट पर कहा, “लोग गलत कर रहे हैं, शमी भारत की शान है। वह एक इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं। मोहम्मद शमी की तरह हर आदमी को त्योहार की बधाइयां देनी चाहिए, हिंदू-मुस्लिम दोनों को ही।” उन्होंने कहा कि इसमें गलत क्या है, लोग बस उसके पैसे को देख कर जलते हैं। अल्लाह का दिया सबकुछ है उसके पास।
मोहम्मद शमी के गांव में रहने वाले जहांगीर नाम के एक शख्स ने कहा, “एक दूसरे को बधाइयां देने में कोई बुराई नहीं है। कोई हमें करता है, हम किसी को करते हैं। अगर ये खत्म हो जाएगा तो भाईचारा ही खत्म हो जाएगा। गलत बोलने वाले मूर्ख हैं, बोलते रहेंगे। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है।”
दरअसल, विजयदशमी के मौके पर मोहम्मद शमी ने अपने ट्वीट में लिखा था, “दशहरा के इस पावन पर्व पर मेरी भगवान राम से यही प्रार्थना है कि वे सभी के जीवन में खुशी, समृद्धि और सफलता लाएं। आपको और आपके परिवार को दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं।”
सोशल मीडिया पर लोगों ने बनाया निशाना: इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने उन्हें निशाना बनाना शुरू कर दिया। किसी यूजर ने कहा कि शमी के खिलाफ फतवा जारी होना चाहिए। वहीं, कुछ यूजर्स ने कहा कि मोहम्मद शमी एक मुस्लिम हैं और उन्हें अल्लाह के पक्ष में ही ट्वीट करना चाहिए। हालांकि, कई यूजर्स ने उनका सपोर्ट भी किया।