21 नवम्बर विश्व टेलीविजन दिवस: कब हुई थी शुरुआत, कैसे हुआ इतना लोकप्रिय

क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता 9837117141

Television
मनोरंजन की दुनिया में टेलीविजन का अविष्कार किसी जादू की तरह था। दूरदर्शन की स्थापना के बाद तो टी. वी हर घर में लोकप्रिय हो गया। दूरदर्शन के माध्यम से लोगो को मनोरंजन, शिक्षा और राजनीति से जुडी ख़बरें घर बैठे ही मिलने लगी।


हर घर में एक खास फेमिली मेम्बर है जो घर के किसी कोने में चुपचाप रहता है लेकिन उसकी इम्पोर्टेंस घर के किसी सदस्य से कम नहीं होती। हम बात कर रहे है टेलीविजन की, क्या आपको पता है टेलीविजन की शुरुआत कब और कैसे की गयी। टेलीविज़न जिसे आम बोलचाल की भाषा में हम सब टी.वी  कहते है का आविष्कार जॉन बेयर्ड द्वारा 1925 में किया गया। उसके बाद 1927 में फांसवर्थ  ने चलित टेलीविजन का निर्माण किया। हमारे देश में टेलीविजन की शुरुआत 1959 में 15 सितम्बर को हुयी।

संचार माध्यमों की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 नवंबर को टेलीविजन दिवस के रूप में घोषित किया। इन्फॉर्मेशन की दुनिया में टेलीविजन का अपना अलग ही स्थान है। 2017 में टेलीविजन उपभोग की संख्या लगभग17.4बिलियन थी। अब तो लगभग हर घर में टेलीविजन पहुंच हो गयी है। टेलीविजन के माध्यम से आप देश की पॉलिटिक्स से लगाए विदेशो की पॉलिटिक्स से भी परिचित है।

पहला दूरदर्शन प्रसारण  मात्र आधे घंटे के लिए हुआ था।  शुरुआत में इसको 'टेलीविज़न इंडिया' का नाम दिया गया बाद में 1975 में दूरदर्शन नाम दिया गया। यह नाम इतना लोकप्रिय हुआ की टेलीविजन का मतलब ही दूरदर्शन समझा जाने लगा। बाद में दूरदर्शन का अंर्तराष्ट्रीय प्रसारण भी किया जाने लगा। यह प्रसारण पुरे 146 देशों के लिए शुरू किया गया। 

हर घर का चहेता टी.वी 

टेलीविज़न पर आने वाले  ‘रामायण’ और महाभारत जैसे कार्यक्रमों ने इसे आम लोगो  तक पहुँचा दिया। उस समय लोग इन कार्यक्रमों के प्रसारण के पूर्व ही अपना काम समाप्त या बंद कर इसके सामने आ बैठते थे दूसरे देशों का जब भारत के साथ क्रिकेट मैच होता है तो इसका असर लोगो पर साफ देखा जा सकता है। सब कुछ भूलकर टेलीविजन से चिपक जाते है। आज के टाइम टेलीविज़न सबसे सस्ता  मनोरंजन का साधन है। बिजली और थोड़े से रुपये के मासिक खर्च पर मनचाहे कार्यक्रमों का आनंद उठाया जा सकता है। टेलीविजन पर एन०सी०ई०आर०टी० के माध्यम से  बहुत शैक्षिक प्रोग्राम आते है। इसके अलावा रोज़गार, व्यवसाय, खेती से जुडी बारी संबंधी जानकारियाँ भी मिलती हैं।