क्लू टाइम्स, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता। 9837117141
हम बात कर रहें है नीलगिरि माउंटेन ट्रेन की। यह ट्रेन भारत के तमिलनाडु में चलती है इसको मद्रास रेलवे के माध्यम से चलाया जाता है। यह सिंगल रेलवे ट्रैक है और मेट्टापलयम शहर को उटकमंडलम शहर से जोड़ता है। सबसे खास बात यह कि इस 46 किलोमीटर की छोटी सी यात्रा में 16 टनल और 250 ब्रिज, 208 मोड़ पड़ते हैं। इस ट्रेन को 1908 में ब्रिटिश राज में बनाया गया था। आज भी यह ट्रेन भाप के इंजन से ही चलती है।
विश्व धरोहर है यह ट्रेन
यूनेस्को ने नीलगिरि माउंटेन ट्रेन को विश्व धरोहर के रूप में 2005 में मान्यता दी और तभी से इन्हें "भारत की पर्वतीय रेल" के नाम से जाना जाता है। नीलगिरि माउंटेन ट्रेन सलेम मंडल के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसे नीलगिरि पैसेंजर भी कहा जाता है। कुछ लोग नीलगिरि पर्वतीय ट्रेन के नाम से कन्फ्यूज़ हो जाते है क्योकि इस नाम से मिलते जुलते नाम की कुछ सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन है जैसे नीलगिरी एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस, यहाँ के स्थानीय लोग इसे ऊटी पैसेंजर के नाम से भी जानते है।
लेकिन इस ट्रेन की सवारी बहुत लाजवाब होती है अन्य ट्रेन की तरह आपको इसमें सवार होने के लिए आपको दौड़ भाग नहीं करनी आप तो बस आराम से यहाँ मिलने वाली काफ़ी का आनंद लेते हुए भी इस ट्रेन में सवार हो सकते है आप चाहें तो ट्रेन से उतरकर भी कॉफी आनंद लेने के बाद ट्रेन में सवार हो सकते है। इस छोटी सी यात्रा के दौरान बहुत ही खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है जिनमे छोटी पहाड़ियाँ, हरियाली, छोटे-छोटे ब्रिज और रोमांचकारी टनल शामिल है।
कहां से लें टिकट
नीलगिरी माउन्टेन ट्रेन मे टिकट ऑनलाइन आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ले सकते है लेकिन अगर आप वीकेंड मे इस ट्रेन की सवारी का मज़ा लेना चाहते है तो आपको टिकट पहले ही बुक करनी होगी क्योंकि यहाँ टूरिस्ट की बहुत ज्यादा भीड़ होती है।